दिल्ली की राजनीति में ऐसे कई नेता हुए हैं, जिन्होंने सत्ता के दम पर अपनी पहचान बनाई। लेकिन आशीष सूद का नाम उन नेताओं में शामिल है, जिन्होंने बिना सत्ता या पद के जनता की भलाई के लिए काम किया और यह साबित किया कि असली नेतृत्व पद या कुर्सी का मोहताज नहीं होता।
AAP की नाकामी और सूद की सक्रियता
दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (AAP) ने जनकपुरी समेत पूरे दिल्ली को विकास के झूठे सपनों और विज्ञापनों की दुनिया में फंसाकर छोड़ दिया। वादों का अंबार लगाया गया, लेकिन हकीकत में जनकपुरी में मूलभूत सुविधाएं तक नदारद थीं।
टूटी सड़कें और अधूरी परियोजनाएं:
AAP सरकार ने बड़े-बड़े दावे किए, लेकिन क्षेत्र की जमीनी हालत बदतर होती गई। अधूरी सड़कें और रुके हुए विकास कार्य आम आदमी पार्टी की अक्षमता का प्रतीक बन गए।
बिजली-पानी का छलावा:
मुफ्त सुविधाओं का वादा करके वोट बटोरने वाली AAP सरकार ने जनकपुरी के लोगों को बिजली और पानी के बढ़े हुए बिलों के रूप में धोखा दिया।
स्वच्छता और सुरक्षा की अनदेखी:
क्षेत्र में सफाई और सुरक्षा का स्तर गिरता गया, जबकि सरकार केवल सोशल मीडिया पर उपलब्धियों का प्रचार करती रही।
जनता के राजा: आशीष सूद
इन हालातों में जब सरकार ने क्षेत्र को नजरअंदाज कर दिया, तब आशीष सूद ने आगे बढ़कर जिम्मेदारी संभाली। बिना किसी पद या सरकारी संसाधन के, सूद ने यह साबित किया कि असली नेता वही है, जो जनता के लिए हर परिस्थिति में खड़ा रहे।
विकास के कार्य
स्ट्रीट लाइट्स और सुरक्षा:
AAP की निष्क्रियता के बावजूद, सूद ने जनकपुरी में स्ट्रीट लाइट्स लगवाकर न केवल क्षेत्र को रोशन किया, बल्कि महिलाओं और बच्चों के लिए सुरक्षा का माहौल बनाया।
स्वच्छता अभियानों की अगुवाई:
जहां AAP सरकार स्वच्छता को केवल विज्ञापनों तक सीमित रखती है, सूद ने जनभागीदारी के जरिए स्वच्छता अभियानों को सफल बनाया।
शिक्षा में सुधार:
NEEV और टैबलेट योजनाओं के माध्यम से उन्होंने सरकारी स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया, जो सरकार के एजेंडे में कहीं नहीं थे।जनता के लिए संघर्षसूद ने न केवल विकास कार्य किए, बल्कि सरकार की नाकामियों को भी उजागर किया।
पारदर्शिता की मांग:
उन्होंने बार-बार पूछा कि AAP सरकार द्वारा किए गए वादों का हिसाब कहां है। जनकपुरी के लिए आवंटित बजट आखिर कहां खर्च हुआ?
घोटालों का पर्दाफाश:
AAP के विज्ञापन बजट और भ्रष्टाचार को सामने लाकर सूद ने दिखाया कि कैसे यह सरकार केवल अपनी छवि चमकाने में लगी है।
आम आदमी पार्टी बनाम जनता का नेता
AAP ने सत्ता में रहकर भी जनकपुरी के लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया। इसके विपरीत, आशीष सूद ने बिना किसी राजनीतिक लाभ के क्षेत्र को बेहतर बनाने का काम किया। उनके नेतृत्व ने यह साबित किया कि सच्चा राजा वह नहीं, जो सत्ता में हो, बल्कि वह है, जो जनता के साथ खड़ा हो।
आशीष सूद: दिल्ली के लिए एक नई उम्मीद
आज जनकपुरी के लोग यह कहने में गर्व महसूस करते हैं कि उनके पास आशीष सूद जैसा नेता है, जो हर मुश्किल में उनके साथ खड़ा रहता है। AAP सरकार के खोखले दावों और प्रचार तंत्र के विपरीत, सूद का नेतृत्व ज़मीन से जुड़ा है।आशीष सूद ने यह साबित कर दिया है कि असली नेतृत्व न तो सत्ता का मोहताज है और न ही प्रचार का। वह जनता के दिलों पर राज करते हैं क्योंकि वह उनकी उम्मीदों और जरूरतों को समझते हैं। उनका काम यह संदेश देता है कि जब इरादे मजबूत हों और निष्ठा सच्ची हो, तो विकास और जनकल्याण किसी पद या संसाधन का मोहताज नहीं होता।
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